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पुश्तैनी संपत्ति और हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम

   पुश्तैनी Property और हिन्दू उत्तराधिकार  अधिनियम   @ यदि किसी को अपने पिता से कोई संपत्ति उत्तराधिकार में प्राप्त  होती है  तो वह पैतृक संपत्ति है , क्या ? ।  @परंपरागत हिन्दू विधि में यह सिद्धान्त था कि यदि किसी पुरुष को  अपने पिता ,   दादा या परदादा से उत्तराधिकार में संपत्ति प्राप्त हो तो  वह उस की स्वयं की  संपत्ति नहीं होगी अपितु एक पुश्तैनी जायदाद  होगी। जिस में उस के चार पीढ़ी  तक के वंशजों का समान हिस्सा  होगा। ऐसी संपत्ति सहदायिक संपत्ति कही  जाती है। @लेकिन 17 जून 1956 को हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम के प्रभावी  होते ही  यह स्थिति परिवर्तित हो गई। इस अधिनियम की धारा 8 में  प्रावधान किया  गया कि किसी पुरुष की संपत्ति का उत्तराधिकार  किसे प्राप्त होगा। अब पुत्रों ,   पुत्रियों , पत्नी और माता को पुरुष की  संपत्ति में समान हिस्सा उत्तराधिकार में  प्राप्त होता है। जो हिस्सा  जिसे प्राप्त होता है उस पर उसी का अधिकार होता है  उस के पुरुष  व...

आपराधिक मामले की जांच के दौरान पुलिस किसी अचल संपत्ति को जब्त नहीं कर सकती:सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

आपराधिक मामले की जांच के दौरान पुलिस किसी अचल संपत्ति को जब्त नहीं कर सकती: सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला #नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाया है . कोर्ट ने कहा कि आपराधिक मामले की   जांच के दौरान पुलिस किसी अचल संपत्ति को जब्त नहीं कर सकती . लेकिन चल   संपत्ति को फ्रीज करने पर कोई रोक नहीं है . CRPC की धारा 102 को लेकर   तीन जजों की बेंच ने सहमति से यह फैसला सुनाया . मामला जांच के दौरान   पुलिस   द्वारा संपत्ति जब्त करने के संबंध में आपराधिक प्रक्रिया संहिता यानी   CrPC की   102 की शक्तियों से संबंधित है .         #बॉम्बे उच्च न्यायालय की फुल बेंच ने बहुमत के फैसले में माना था कि जांच के   दौरान पुलिस के पास संपत्ति जब्त करने की कोई शक्ति नहीं है . महाराष्ट्र सरकार ने   यह कहते हुए इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी कि सर्वोच्च अदालत के   तपस नियोगी में फैसले ...