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गलती से हुआ अपराध की सजा - धारा 76 एवं 79 भारतीय दंड संहिता

भारतीय दंड संहिता  IPC  धारा  76  एवं  79 ( Section 76 and Section 79)   गलती से हुआ अपराध की सजा #1         IPC के अंतर्गत क्षम्य एवं तर्कसंगत कृत्य : धारा 76 एवं 79 में ' तथ्य की भूल ' विशेष [ ' साधारण अपवाद श्रृंखला '        भारतीय दंड संहिता का चैप्टर IV (4th), ' साधारण अपवाद ' (General exception) की बात करता है। जैसा कि नाम से जाहिर है , यह अध्याय उन परिस्थितियों की बात करता है जहाँ किसी अपराध के घटित हो जाने के बावजूद भी उसके लिए किसी प्रकार की सजा नहीं दी जाती है। यह अध्याय ऐसे कुछ अपवाद प्रदान करता है , जहाँ किसी व्यक्ति का आपराधिक दायित्व खत्म हो जाता है। इन बचाव का आधार यह है कि यद्यपि किसी व्यक्ति ने अपराध किया है , परन्तु उसे उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता है। ऐसा इसलिए है , क्योंकि अपराध के समय , या तो मौजूदा हालात ऐसे थे कि व्यक्ति का कृत्य उचित था या उसकी हालत ऐसी थी कि वह अपराध के लिए अपेक्षित मेंस रिया (आपराधिक मनोवृत्ति) का गठन नहीं कर सकता था। यह जान लेना बेहद आवश्यक है कि चूँकि इस अध्याय का...

उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम में कुछ बदलाव (कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट)

#1 अब ग्राहकों को ठगना होगा मुश्किल , बढ़ा चढ़ा कर विज्ञापन देने वाले जाएंगे जेल ---------------------           उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम में कुछ बदलाव हुए हैं और नया कानून  लागू हो रहा है। इसमें ग्राहकों को पहले से अधिक अधिकार देकर और ताकतवर बनाया जा रहा है। #2            सरकार ने कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट 2019 के कई प्रावधानों के बारे में नोटिफिकेशन जारी किया है । सबसे बड़ा बदलाव ये हुआ है कि अब गुमराह करने वाले विज्ञापन दिखाने वालों की खैर नहीं। अगर गलत पाए गए तो उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। इतना ही नहीं , नए नियमों के तहत एक बड़ी राहत ये मिल रही है कि ग्राहक अब वहां से शिकायत दाखिल कर सकेगा , जहां वह रहता है , ना कि उसे वहां जाना जरूरी होगा , जहां से कोई सामान खरीदा है। ये नया कानून 34 साल पुराने 1986 के कानून की जगह लेगा। खुद केंद्रीय उपभोक्ता मामलों , खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री इस बारे में  सूचना दे चुके हैं।     #3    ...